Shop No.20, Aurobindo Palace Market, Hauz Khas, Near Church +91 9818282497 | 011 26867121 110016 New Delhi IN
Midland The Book Shop ™
Shop No.20, Aurobindo Palace Market, Hauz Khas, Near Church +91 9818282497 | 011 26867121 New Delhi, IN
+919871604786 https://www.midlandbookshop.com/s/607fe93d7eafcac1f2c73ea4/677cda367903fd013d69b606/without-tag-line-480x480.png" [email protected]
9789390679331 611fa3fe0a287959e35e6f2c Pishach: Ek Facebook Post, Kai High-profile Murder https://www.midlandbookshop.com/s/607fe93d7eafcac1f2c73ea4/611fa4000a287959e35e6f94/51okbagkw5l-_sx322_bo1-204-203-200_.jpg

जाने-माने कवि, विचारक और पेंटर गजानन स्वामी नहीं रहे।

दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन स्थित एक सोसाइटी में उनका क़त्ल होता है। कौन कर गया एक बुज़ुर्ग का क़त्ल? क़ातिल का क्या मक़सद था? और आख़िर क्यों क़त्ल के बाद क़ातिल दीवार पर ख़ून से बड़े-बड़े अक्षरों में लिख गया—‘पिशाच’?

क्या संदेश छिपा है इसमें?

उनकी हैरतअंगेज़ हत्या की ख़बर पूरे देश में आग की तरह फैल गयी। पुलिस अभी इसी गुत्थी को सुलझाने में मशक्कत कर रही थी कि सिलसिलेवार तरीक़े से कुछ और मशहूर लोगों का क़त्ल हो जाता है।

कौन है रहस्यमयी क़ातिल?

पहले उपन्यास नैना की अपार सफलता के बाद लेखक संजीव पालीवाल लौट रहे हैं एक और रोंगटे खड़े कर देने वाला क्राइम थ्रिलर लेकर।

About the Author

संजीव पालीवाल हिंदी पत्रकारिता के अग्रणी पत्रकार हैं। आप इस क्षेत्र में तीस वर्षों से कार्यरत हैं और दैनिक जागरण, अमर उजाला, आज, दूरदर्शन, बीआईटीवी, आईबीएन7/न्यूज़18 और टीवी टुडे जैसे प्रतिष्ठित समाचार-पत्रों और न्यूज़ चैनलों में काम कर चुके हैं। फिलहाल आप आज तक में सीनियर एग्ज़िक्यूटिव एडिटर के पद पर कार्यरत हैं। नैना आपका पहला उपन्यास था।

9789390679331
out of stock INR 225
1 1
Pishach: Ek Facebook Post, Kai High-profile Murder

Pishach: Ek Facebook Post, Kai High-profile Murder

ISBN: 9789390679331
₹225
₹250   (10% OFF)


Back In Stock Shortly - Fill The Book Request Form

Details
  • ISBN: 9789390679331
  • Author: Sanjeev Paliwal
  • Publisher: Eka
  • Pages: 246
  • Format: Paperback
SHARE PRODUCT

Book Description

जाने-माने कवि, विचारक और पेंटर गजानन स्वामी नहीं रहे।

दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन स्थित एक सोसाइटी में उनका क़त्ल होता है। कौन कर गया एक बुज़ुर्ग का क़त्ल? क़ातिल का क्या मक़सद था? और आख़िर क्यों क़त्ल के बाद क़ातिल दीवार पर ख़ून से बड़े-बड़े अक्षरों में लिख गया—‘पिशाच’?

क्या संदेश छिपा है इसमें?

उनकी हैरतअंगेज़ हत्या की ख़बर पूरे देश में आग की तरह फैल गयी। पुलिस अभी इसी गुत्थी को सुलझाने में मशक्कत कर रही थी कि सिलसिलेवार तरीक़े से कुछ और मशहूर लोगों का क़त्ल हो जाता है।

कौन है रहस्यमयी क़ातिल?

पहले उपन्यास नैना की अपार सफलता के बाद लेखक संजीव पालीवाल लौट रहे हैं एक और रोंगटे खड़े कर देने वाला क्राइम थ्रिलर लेकर।

About the Author

संजीव पालीवाल हिंदी पत्रकारिता के अग्रणी पत्रकार हैं। आप इस क्षेत्र में तीस वर्षों से कार्यरत हैं और दैनिक जागरण, अमर उजाला, आज, दूरदर्शन, बीआईटीवी, आईबीएन7/न्यूज़18 और टीवी टुडे जैसे प्रतिष्ठित समाचार-पत्रों और न्यूज़ चैनलों में काम कर चुके हैं। फिलहाल आप आज तक में सीनियर एग्ज़िक्यूटिव एडिटर के पद पर कार्यरत हैं। नैना आपका पहला उपन्यास था।

User reviews

  0/5